कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश चुनाव में ज़बरदस्त जीत हासिल की है. प्रियंका गांधी के कुशल नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी हिमाचल प्रदेश में सरकार बना रही है. ध्यान रहे कि प्रियंका गांधी ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत ही जनता से अपील के साथ की थी. सोलन में रैली के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा था कि हिमाचल उनका घर है. राजनीति के कीचड़ दौर में वे तमाम लाग लपेट से दूर रोजगार और महिला सम्मान पर बात करती रही. जनता ने भी हर घर लक्ष्मी नारी सम्मान निधि, सरकारी रोज़गार और ओल्ड पेंशन स्कीम यानी कि OPS की बात करने वाली पार्टी को ताज पहनाया है.
हिमाचल की जनता ने हर पांच साल पर सत्ता बदलाव का रिवाज ज़ारी रखा. रिवाज बदलने की बात करने वाली सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी है. जैसा कि प्रियंका गांधी ने अपने चुनावी रैलियों और जनसभाओं में कहा भी कि सरकार बदलते रहने से पार्टी और विधायक, दोनों काबू में रहते हैं. 2022 की हिमाचल चुनाव में अधिकांश निर्वाचन क्षेत्रों में भारी सत्ता-विरोधी लहर एवं कुशल प्रबंधन के कारण सत्ता परिवर्तन हुआ.
कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में ज़मीनी विश्लेषण करने के बाद दस प्रभावी योजनाओं को जनता के सामने रखा. ऐसी योजनाओं का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया जिससे प्रदेश का समुचित विकास संभव हो सके.
प्रियंका गांधी ने पहली कैबिनेट में ही युवाओं के लिए एक लाख सरकारी नौकरी देने का वायदा किया और OPS को लागू करने की बात पर गारंटी की मुहर लगा दी. इसके अलावा 300 यूनिट बिजली फ्री, फलों की कीमत बागवान तय करेंगे, जीरो प्रतिशत ब्याज पर 680 करोड़ का युवा स्टार्ट अप फण्ड, हर विधान सभा मे चार अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने जैसे दस प्रमुख गारंटी को लागू करने की बात कही. इनमें से कुछ ऐसी योजनाएं भी थी जिसे जनता ने हाथों हाथ लिया. हर घर लक्ष्मी कैंपेन उनमें से सबसे ज़्यादा लोकप्रिय रहा. महंगाई और इसके परिणामस्वरूप घरेलू और रसोई के सामानों की आसमान छूती कीमतों को देखते हुए कांग्रेस ने महिलाओं को ₹1500 रुपये प्रति माह प्रदान करके उनकी सहायता करने का वादा किया. इस योजना के तहत 18 से 60 वर्ष तक की सभी महिलाओं को ₹1500 रुपए मासिक आय के रूप में दिये जाने का प्रारुप तैयार किया गया. प्रियंका गांधी ने इस योजना को अपने हाथ में लिया और पूरे प्रदेश की महिलाओं को हर घर लक्ष्मी योजना के बारे में बताया. उन्होंने अकेले अपने दम पर पूरे प्रदेश में चुनाव प्रचार किया. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश भघेल, राजस्थान के युवा नेता सचिन पायलट भी साथ दिखें और उनका भरपूर सहयोग किया. हर घर लक्ष्मी ने चुनाव से पहले दो महीने में 15 लाख घरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा था और वे सफलतापूर्वक 13 लाख महिलाओं और 8 लाख घरों तक पहुंचे. यह डोर टू डोर अभियान था जिसमें राज्य भर में 50 से अधिक कार्यकर्ता, 5000+ पार्टी वर्कर और 100+ पार्टी नेताओं और हितधारकों को शामिल किया गया था.
प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार के दौरान लोगों के बीच गईं और विभिन्न मुद्दों पर जनता से सीधी बातचीत की. वह एक तरफ OPS के लिए धरना दे रहे कर्मचारियों के बीच गईं और बात की तो वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार सत्ताधारी पार्टी पर अपनी सभाओं के माध्यम से चौतरफा हमला बोला और सत्ताधारी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. अग्निवीर की भर्ती प्रक्रिया को लेकर सरकार की पुरजोर आलोचना की. पूरे प्रदेश में उन्होंने पांच बड़ी रैलियों और जनसभाओं का आयोजन किया जिसमें जनता का कांग्रेस के प्रति अथाह उत्साह देखने को मिला. हर जनसभाओं में हज़ारों की भीड़ दर्ज की गई. हिमाचल की जनता ने प्रियंका गांधी को अपना आशीर्वाद दिया और उन्हें विजयी बनाकर यह साबित भी कर दिया कि हिमाचल की जनता उन्हें कितना प्यार और सम्मान करती है.
यदि हम ग़ौर से देखें तो हिमाचल में कांग्रेस की इस जीत के पीछे बहुत सारे कारण हैं. इन सभी कारणों में से एक प्रमुख कारण है प्रियंका गांधी की सूक्ष्म और सक्रिय भागीदारी. प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की दस गारंटी में से एक गारंटी "हर घर लक्ष्मी" कैंपेन को अपने कंधों पर लेते हुए हिमाचल की माताओं और बहन, बेटियों तक इस योजना को पहुंचाने का ज़िम्मा अपने हाथों में ले लिया. प्रतिभा सिंह, विक्रमादित्य, सुखविंदर सिंह सुखू और मुकेश अग्निहोत्री जैसे राज्य के नेताओं ने भी अभियान के प्रचार को सुचारू ढंग से आगे बढ़ाया और सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कुछ विधानसभाओं का दौरा किया एवं कार्यक्रम आयोजित किए. वो जहां गई वहां उन्हें जनता का समर्थन मिला, ख़ासकर महिला वर्गों से उन्हें बहुत स्नेह मिला. देखते ही देखते हर "हर घर लक्ष्मी नारी सम्मान निधि" योजना पूरे प्रदेश में जंगल की आग की तरह फैल गई और जनता ने इसे हाथों-हाथ ले लिया. महिलाओं मे प्रियंका गांधी काफी लोकप्रिय हैं. इसका एक कारण यह भी है कि प्रियंका गांधी हमेशा से नारी सशक्तिकरण की बात करती आई हैं. "हर घर लक्ष्मी" योजना की बात हो या "लड़की हूँ लड़ सकती हूँ" जैसे नारों की, प्रियंका गांधी महिलाओं की बराबरी के अधिकारों के लिए लड़ती आयी है और इसके लिए आवाज़ उठाती आई हैं. हाशिये पर खड़ी समुदायों और महिलाओं के लिए उन्होंने सदा अपनी आवाज़ देश में बुलंद किया है. हिमाचल प्रदेश में हर घर लक्ष्मी कांग्रेस के लिए एक आशाजनक अभियान साबित हुई. उन्होंने दिखा दिया कि लड़की सिर्फ लड़ ही नहीं सकती, जीत भी सकती है.
This article was first published on 8th November 2022.
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